नई दिल्ली. भारत की टीम ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में न्यूजीलैंड को 70 रन से मात देकर विश्व कप 2023 के फाइनल में प्रवेश कर लिया है. भारत के पास 50 ओवरों का वर्ल्ड कप जीतने का यह तीसरा मौका है. साल 2011 में भारत में ही खेले गए वर्ल्ड कप को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया अपने नाम करने में सफल रही थी. अब अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 19 नवंबर को फाइनल मैच में भारत मैदान में उतरेगा. टीम इंडिया की इस जीत में मोहम्मद शमी ने अहम भूमिका निभाई. उन्होंने 7 विकेट अपने नाम कर विरोधी खेमे को वापसी का कोई मौका नहीं दिया. मैच के बाद शमी ने नॉकआउट स्टेज पर बीते सालों में भारत के खराब प्रदर्शन पर भी प्रतिक्रिया दी.
आधिकारिक प्रसारणकर्ता स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान शमी ने कहा, ‘विकेट अच्छा था. ओस का डर था. घास अच्छे से कटी हुई थी. रन काफी थे. अगर ओस आ जाती तो स्थिति खराब हो सकती थी. धीमी गेंदें काम नहीं कर सकती थी. भारत अब विश्व कप फाइनल में प्रवेश कर चुका है. मुझे अद्भुत महसूस हो रहा है. यह बहुत बड़ा मंच है. हम 2015 और 2019 विश्व कप के सेमीफाइनल में लटक गए थे. इस बार हमने करके दिखाया है.’ बता दें कि साल 2015 के वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. इसी तर्ज पर 2019 में न्यूजीलैंड ने भारत को सेमीफाइनल में परास्त कर दिया था.
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5 विकेट हॉल पर क्या बोले शमी?
मौजूदा वर्ल्ड कप में तीसरी बार 5 विकेट हॉल अपने नाम करने पर मोहम्मद शमी ने कहा, ‘जो मौका मुझे दिया गया है, उसे भुनाने की कोशिश कर रहा हूं. हम नहीं जानते कि हम सबको ऐसा मौका दोबारा कब मिलेगा. मैं अपनी बारी का इंतजार कर रहा था. मैं सफेद गेंद से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेल रहा था. मेरे मन में था, हम यॉर्कर और धीमी गेंदों जैसी कई चीजों के बारे में बात करते हैं. मैंने नई गेंद से विकेट लेने की कोशिश की. मैं नई गेंद से जितना संभव हो उतना विकेट लेने की कोशिश करता हूं. मैंने केन विलियमसन का कैच छोड़ा. मुझे बुरा लगा. मैंने गति बढ़ाने की कोशिश की. वे अपने शॉट खेल रहे थे. तो, मैंने एक मौका लिया.’
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