आप जो सरसो का तेल खा रहे हैं वो असली है या नकली, इन तरीकों से चुटकियों में लगाए पता
सरसों का तेल सबसे पसंदीदा तेलों में से एक है क्योंकि इसका उपयोग कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है. यह तेल स्वाद और सेहत दोनों के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन हाल के दिनों में सरसों के तेल में मिलावट बढ़ गई है.
सेहत पर पड़ता है बुरा असर
बाजार में मिल रहे सरसों के तेल में भारी मात्रा में नकली तेल मिलाकर बेचा जा रहा है. सरसों के तेल में यह मिलावट न सिर्फ खाने का स्वाद बिगाड़ रही है बल्कि सेहत पर भी बुरा असर डाल रही है. ऐसे में आज हम आपको कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं जिससे आपको असली सरसों के तेल की पहचान करने में मदद मदद मिल सकती है.
कैसे होती है मिलावट
आजकल सरसों के तेल में आर्जीमोन तेल और अन्य निम्न गुणवत्ता वाले तेलों की मिलावट की जाती है. जिससे इसकी पौष्टिकता, शुद्धता और गुणवत्ता ख़राब हो रही है. यहां कुछ आसान तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप घर पर ही सरसों के तेल की गुणवत्ता की पहचान कर सकते हैं.
इसे फ्रिज में रखें
सरसों के तेल में मिलावट की पहचान करने के लिए आप इसका फ्रीजिंग टेस्ट कर सकते हैं. इसके लिए एक कटोरी में थोड़ा सा सरसों का तेल निकाल लीजिए. इसके बाद इसे कुछ घंटों के लिए फ्रिज में रखें. इसके बाद इसले बाहर निकाल लें और देखें अगर तेल जमा हुआ दिखाई दे या फिर सरसों के तेल में सफेद दाग दिखने लगे तो समझ जाएं कि तेल मिलावटी है.
बैरोमीटर परीक्षण
बैरोमीटर के जरिए असली सरसों के तेल की शुद्धता पता लगता है. बैरोमीटर की रीडिंग 58 से 60.5 है, लेकिन अगर सरसों तेल की रीडिंग तय मानक से ज्यादा है तो तेल नकली है. इसलिए जब भी तेल खरीदें तो उसकी बैरोमीटर रीडिंग से पहचान कर लें कि तेल असली है या नकली.
रंग में बदलाव
तेल का रंग बदलने का मतलब है कि इसमें मिलावट की गई है. आजकल सरसों के तेल में आर्जीमोन तेल मिलाया जाता है. इस प्रकार के तेल में एक जहरीला पॉलीसाइक्लिक नमक पाया जाता है, जिसे सेंगुइनारिन कहा जाता है.
शरीर पर तेल मलें
सरसों का तेल असली है या नकली यह जांचने के लिए अपने हाथों में थोड़ा सा तेल लें और उसे अच्छे से मलें. अगर तेल से कोई रंग निकलता है या किसी केमिकल की गंध आती है तो तेल नकली है.